सोमवार, 4 दिसंबर 2017

बन्ना बन्नी विवाह गीत: चलती बन्नी को छेड़ गया रे कॉलेज वाला लड़का

माता रानी भजन: कभी दुर्गा बनके कभी काली बनके चली आना मैया जी चली आना

कलेवा भजन: म्हारो मदन मोहन घनश्याम कलेवो करतो ही मुलक

कलेवा भजन: में तो ल्याई रे माखन मिश्री कलेवा करले सावरिया

ख्याली विवाह गीत: कोठे ऊपर कोठरी में उस पे रेल चला दूँगी

सेहरा विवाह गीत: बाबा जी री अल्या गल्या में डोले हेमा मालिनी